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पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है पत्रकार का काम सच कहना और दिखाना होता है लेकिन जब पत्रकार के ही अस्मिता खतरे में पड़ जाए तो आम जनमानस की क्या हाल होगी

पंकज मास्टर जिला ब्यूरो चीफ बलिया की रिपोर्ट

जी हां हम बात कर रहे हैं बलिया जिले के रेवती शिक्षा क्षेत्र के चौबेछपरा ग्रामसभा की जहां कंपोजिट विद्यालय चौबेछपरा पर रिपोर्टिंग करते समय एक पत्रकार पर हमला हो गया l पीड़ित पत्रकार पिंटू तलवार के अनुसार चौबे छपरा के ग्राम सभा के प्रधान और अन्य लोगों के द्वारा विद्यालय पर अध्यापकों के समय से उपस्थित ना होने की खबर मिल रही थी जब पिंटू तलवार रिपोर्टिंग करने पहुंचे तो वहां पर एक अध्यापक के अलावा अन्य अध्यापकगण अनुपस्थित मिले l बाद में विद्यालय के प्रधानाचार्य मुस्ताक अहमद आए l पत्रकार के द्वारा समय से विद्यालय न आने का कारण पूछने पर मुस्ताक अहमद ने अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए अपने अन्य अध्यापकों के साथ मिलकर पत्रकार के साथ दुर्व्यवहार भी किये और उन पर हमला भी किये l तत्पश्चात पत्रकार अपनी जान बचाकर वहां से भागे l उन्होंने अपनी शिकायत जिलामहोदय से फोन पर की l कुछ समय बाद जांच के लिए शिक्षा विभाग के सदस्यों की टीम आई लेकिन उल्टा ही पत्रकार से उसके अधिकार के बारे में पूछने लगे और कहने लगे कि तुम्हें यह किसने अधिकार दिया है कि तुम अध्यापकों के समय से विद्यालय ना आने पर रिपोर्टिंग करोगे l ग्रामप्रधान के साथ भी पहले ऐसा दुर्व्यवहार हो गया है l जानकारी होने पर साथी पत्रकार चंदन सिंह और दिनेश पांडे मौके पर पहुंचकर वहां से उन्हें दवा के लिए अस्पताल ले गए ll

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