HomeUncategorizedललकी माटी में सरहुल मिलन कार्यक्रम।

ललकी माटी में सरहुल मिलन कार्यक्रम।

चौपारण:– बिरसा मुंडा ग्राम सभा मंच के तत्वावधान सरहुल मिलन समारोह कार्यक्रम ललकी माटी के मैदान में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता दुलार चंद मुण्डा और मंच का संचालन धनेश्वर मुण्डा ने किया मंचसीन अतिथिओं को साल फुल,अंग वस्त्र और माला पहनाकर सम्मानित किया गया। सम्मानित अतिथि झामुमो के पूर्व जिला उपाध्यक्ष बीरेंद्र राणा, ताजपुर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अभिमन्यु भगत,पंसस अनिल वर्णवाल उर्फ टुनू वर्णवाल, शिक्षक बच्चू कुमार राणा, अनिल टुडू चन्दन राणा,चोरदाह पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि बैजनाथ गंझू है। अध्यक्ष ने कहा:-सरहुल झारखंड में आदिवासी समुदाय का प्रमुख प्रकृति पर्व है।जो साल वृक्ष की पूजा ( सखुआ)की पूजा और प्रकृति के प्रति सम्मान को समर्पित है।
बीरेंद्र राणा ने कहा:-सरहुल मुख्यतः आदिवासी समुदाय का त्योहार है,जो झारखंड, उड़ीसा, और मध्य भारत के आदिवासी क्षेत्रों में मनाया जाता है।
मुखिया प्रतिनिधि अभिमन्यु भगत ने कहा:- इस पर्व में साल वृक्ष की विशेष पूजा की जाती है। क्योंकि इसे प्रकृति के प्रतिक माना जाता है।यह चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया से शुरू होता है और चैत्र पूर्णिमा तक चलता है।पंसस अनिल वर्णवाल ने कहा:-सरहुल का अर्थ “साल वृक्ष की पूजा”होती है।शिक्षक बच्चू कुमार राणा ने कहा:-सरहुल पर्व का बहुत बड़ा महत्व है, आदिवासियों के लिए नये साल की शुरुआत हैं , अच्छी फसल, सुख-समृद्धि और समाज की खुशहाली की प्रार्थना का प्रतीक है।
अनिल टुडू ने कहा:-सरहुल पर्व में नृत्य-संगीत और पारंपरिक अनुष्ठानों का आयोजन किया जाता है।
सरहुल मिलन समारोह कार्यक्रम में उपस्थिति मुखिया प्रतिनिधि अभिमन्यु भगत, झामुमो जिला उपाध्यक्ष बीरेंद्र राणा,पंसस अनिल वर्णवाल, शिक्षक बच्चू कुमार राणा, अनिल टुडू, दुलार चंद मुण्डा, पत्रकार चंदन राणा मो आरिफ, पिंटू राणा,मनोहर मुण्डा, सुंदर मुण्डा,प्रभू सहाय मुंडा,फागू मुंडा,सोमा मुंडा,सामुहेल मुंडा, नारायण मुंडा,मंगल मुंडा, बिरसा मुंडा,सोमा मुंडा,मजाकर मुंडा,जैवनी देवी, बसन्ती देवी, पार्वती देवी, सोनिया देवी सहित सैकड़ों लोगों की उपस्थिति हुई।

RELATED ARTICLES

Most Popular