कोडरमा न्यूज – डोमचांच थाना क्षेत्र के अंतर्गत जनपुर पंचायत निवासी अजय कुमार का पुत्र अमन कुमार की घटना है अमन कुमार की उम्र 6 वर्ष है
दरअसल यह बच्चा अपने घर में सीडीओ पर चढ़ने के दौरान उसका पैर फिसल गया जिसके कारण उसका हाथ टूट गया। घर के परिजनों ने हनान फानन में कोडरमा ॐ कौशल्या सेंटर हॉस्पिटल ले आया गया । डॉक्टर विशाल कुमार द्वारा इलाज शुरू किया गया उसी के दौरान बच्चे का एक्सीडेंट करवाया गया जिसमें से इस बच्चे का रिपोर्ट में बच्चे का हाथ का हड्डी टूट कर अलग हो गया रिपोर्ट को देखते हुए डॉक्टर ने अपनी इलाज जारी रखा और टूटे हुए हाथों को बंडल कर दिया। और घर के परिजनों को बताया गया कि आप 22 तारीख को बच्चों को फिर से लेकर आना है घर के परिजनों के द्वारा बच्चे को लेकर रात 10:00 बजे घर वापस आया। घर आने के पहचात बच्चे रात भर रोने लगे । परिजनों को कुछ शंका हुई और 22 तारीख को आने के दौरान डॉक्टर के पास 18 तारीख को ही पहुंच गए
डॉक्टर द्वारा इलाज जारी रहा और घर के परिजनों को अंदर आने का परमिशन भी नहीं दिया की बच्चे के साथ इलाज या बंडल किस तरह से किया जा रहा है । इस तरह फिर से बंडल कर दिया परिवार और परिजनों को घर भेज दिया गया l कुछ समय के बाद बच्चे अत्यधिक रोने लगे फिर डॉक्टर के पास घर के परिजनों के द्वारा फिर से लाया गया तो डॉक्टर द्वारा बताया जाता है कि इसका हाथ पीला हो गया है BHO बनारस बच्चे को ले जाइए l घर के परिजनों के द्वारा बनारस ना लगने का पहचात कई उन डॉक्टर के पास धनबाद ले गए वहां पर डॉक्टर ने बताया कि बच्चे का हाथ पीला हो गया है और इनका जख्म (infection) धीरे-धीरे पूरे शरीर में फैल रहा है बच्चे को बचाने के लिए हाथ को पूरी तरह से काटना होगा नहीं तो धीरे-धीरे इन्फेक्शन पूरे शरीर में फैल जाएगी बच्चे को बचाना impossible है l इसीलिए बच्चे को बचाने के लिए बच्चे का हाथ काटना होगा
घर के परिजनों के द्वारा सहमति होकर बच्चे को बचाने के लिए हाथ को कटवा दिया
घर के परिजनों के द्वारा ॐ कौशल्या सेंटर हॉस्पिटल को लेकर विभिन्न पदाधिकारी के पास आवेदन दिया है :-
1. कोडरमा उपयुक्त अनुमंडल पदाधिकारी
2. झारखंड मुख्यमंत्री
3. झारखंड मुख्य सचिव
4. झारखंड सरकार स्वास्थ मंत्री
एवं विभिन्न अधिकारियों के पास पोस्ट ऑफिस के माध्यम से आवेदन भेजा है ताकि ऐसा हॉस्पिटल या क्लीनिक हमेशा हमेशा के लिए बंद हो जाए यह गलत तरीके से हॉस्पिटल